
नवदुर्गा की पावन पर्व रानगिर हरसिद्धि माता जिला सागर तहसील रहली की पावन मंदिर में हरसिद्धि माता के दर्शनों हेतु हजारों श्रद्धालुओं माता बहनों की अपार भीड़ देखी जा रही है मान्यता है कि जो भी जिन्हें कष्ट होते हैं माता रानी उनका निवारण करती हैं इसी से इस क्षेत्र में अपार भीड़ रहती है पुलिस प्रशासन राजस्व विभाग मंदिर की देखरेख में व्यवस्थाएं संभाले हुए हैं तथा स्वास्थ्य विभाग अपनी सेवाएं भी दे रहा है मां हरसिद्धि देवी जी का बहुत ही पुराना धार्मिक सागर जिले का पवन क्षेत्र है मंदिर के बाजू से देहर नदी निकली हुई है तथा चारों तरफ से मंदिर के बहुत विशाल जंगल फैला हुआ है जो बहुत ही मनोहारी जगह है वन विभाग का रेस्ट हाउस भी है तथा लोगों को आने जाने के लिए चारों तरफ से पर्याप्त रोड बन गए हैं तथा नदी के उस तरफ पुराना मंदिर माता हरसिद्धि का बना हुआ है जो बीचों बीच जंगल में माता विराजमान है वहां भी हजारों श्रद्धालु नदी पार कर जाते हैं अब एक पल का निर्माण भी चल रहा है जो लोगों को आने जाने के लिए बहुत ही अच्छी व्यवस्था है मेला में सभी प्रकार की दुकान लगी हुई है लोगों को गर्मी से छाया की व्यवस्था भी पर्याप्त की गई है कर्मचारियों को खाने-पीने की व्यवस्था भी की गई है मेला एवं दर्शन कर लोग अपने को धन्य मानते हैं एक प्राकृतिक श्री शंकर भगवान गौरी शंकर माता की पत्थर काटकर गुफा बनाई गई है जो बहुत ही सुंदर एवं देहर नदी के तट पर बनी है रानगिर क्षेत्र चारों तरफ से जंगल में है एक और पुराना गोरी दांत की गुफा के नाम से जाना जाता है वहां भी हजारों लोग देखने जाते हैं और अपने को धन्य समझते हैं कि भगवान कृपा से इस पावन तीर्थ क्षेत्र के दर्शन कर लिए रानगिर में नवमी के दिन हजारों लोग जवारे लेकर माता को चढ़ाने आते हैं एवं विसर्जित करते हैं तथा जो 9 दिन उपवास रखे हैं वह भी यहीं पर भजन संध्या का अपना खाना पीना करते हैं तथा पुण्य लाभ उठाते