
भारतीय जनता पार्टी ने किया महिला बुनकरों का सम्मान कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत,सांसद लता वानखेड़े विधायक शैलेंद्र कुमार जैन जिला अध्यक्ष श्याम तिवारी पूर्व मंत्री नारायण कबीर पंथी ने किया संबोधित
सागर।भारतीय जनता पार्टी द्वारा लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित 10 दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृंखला में गुरुवार को महिला बुनकर सम्मान समारोह आयोजित किया गया। शीतल स्किल डेवलपमेंट सेंटर में आयोजित कार्यक्रम को कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत,सांसद लता वानखेड़े विधायक शैलेंद्र कुमार जैन जिला अध्यक्ष श्याम तिवारी पूर्व मंत्री नारायण कबीर पंथी,आयोजन समिति के जिला संयोजक सुखदेव मिश्रा ने संबोधित किया।जिला उपाध्यक्ष जगन्नाथ गुरैया एवं महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष संध्या भार्गव मंचासीन रहीं।कार्यक्रम स्थल पर अहिल्याबाई के शासनकाल में स्थापित महेश्वरी साड़ी उद्योग की प्रदर्शनी लगाई गई, जिससे बुनकरों को अतिथियों के समक्ष अपनी कला प्रदर्शित करने का अवसर मिला। अतिथियों ने कार्यक्रम स्थल पर संचालित हाथकरघा का अवलोकन किया एवं खादी वस्त्र महेश्वरी साड़ियां क्रय की
कार्यक्रम का संचालन प्रभारी संजय चौबे ने किया एवं उन्होंने उपस्थित अतिथियों व आगंतुकों का भगवा अंग वस्त्र पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा लगभग 100 महिला बुनकरों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष श्याम तिवारी ने कहा कि वैदिक काल से आज तक नारी शक्ति ने हर जिम्मेदारी को निभाकर आदर्श स्थापित किया है। 300 वर्ष पहले देवी अहिल्या बाई होल्कर ने अपने न्याय प्रिय शासन व्यवस्था, नारी सशक्तिकरण और सुशासन के साथ सांस्कृतिक विरासत संजोकर समाज में एक आदर्श स्थापित किया है। उन्होंने उपस्थित मातृ शक्ति से भोपाल में होने वाले महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में शामिल होने का आग्रह किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक शैलेंद्र कुमार जैन ने कहा कि सभी आज हम सभी बुनकर बहिनों का सम्मान करते हुए गौरवांवित हो रहें हैं क्योंकि उन्होंने हमारे भारत वर्ष की पहचान को जीवंत रखा। आजादी के पूर्व से कई वर्षों तक भारत कपड़ा उद्योग में नंबर वन था हमारे देश में सबसे अच्छी कॉटन बनाई जाती थी। आज हमें संकल्प लेना है कि हम अपने हुनर कला के माध्यम से वह गौरव हम पुन: प्राप्त करेंगे।
सांसद लता वानखेड़े ने कहा कि कहा कि देवी अहिल्याबाई होल्कर जी ने जीवन पर्यन्त साधना और संघर्ष कर महिला, समाज, देश, सस्कृति और धर्म के शसक्तिकरण के लिए कार्य किया। उन्होंने अपने पूरे जीवन में सम्पूर्ण उत्तरदायित्व का निर्वहन बखूबी किया है। महेश्वरी साड़ियां मध्यप्रदेश की पहचान है जिसका उद्गम माता अहिल्या बाईं होल्कर ने किया। हमें उनके आदर्श एवं प्रेरणामयी संस्कारों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ाना है। उनका स्मरण हमें स्वप्नदृष्टा नहीं, बल्कि संकल्पदृष्टा बनाएगा।
कैबिनेट मंत्री गोविंद राजपूत ने कहा कि लोकमाता अहिल्या होल्कर जी के बारे में जितना पढ़ा जाएँ जितना सुना जाएँ वह कम है लोकमाता के सहज,सरल व्यक्तित्व मे कुशल शासक,अग्रणी समाज सेवी तथा नैतिक आदर्शवादी गुणों के अतिरिक्त मानवीय संवेदना की प्रबलता थी। लोक माता जैसी न्याय प्रिय महिला शासक ने अपने पुत्र के साथ भी निर्णय लेने मे ममता को आड़े नही आने दिया यह अगर संभव है तो सिर्फ भारतीय सभ्यता और संस्कृति मे निहित है। मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने इंदौर में आयोजित हुई कैबिनेट बैठक के संस्मरण साझा करते हुए बताया कि लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर विराट संघर्ष पूर्ण जीवन यात्रा पर आधारित लघु फिल्म एवं नाट्य कार्यक्रम किया गया था जिसे देखकर सभी के नेत्र कई बार सजल हुए। अहिल्या बाई ने अपने शासनकाल में सुशासन,देशभर के मंदिरों का जीर्णोंद्धार, न्यायप्रिय व्यवस्था और महिलाओं के सशक्तिकरण के कार्यों से आदर्श स्थापित किया है। उन्होंने अपने शासनकाल में जाति व्यवस्था से ऊपर उठकर अपनी सेना में भील बटालियन बनाईं। देवी अहिल्याबाई ने विधवा विवाह की प्रथा शुरू कराई और बहनों की जिंदगी संवारने का कार्य किया। महेश्वर साड़ी का निर्माण शुरू कराकर महिलाओं के सशक्तिकरण की मिसाल पेश की।
जिला मीडिया प्रभारी श्रीकांत जैन ने बताया कि 10 दिवसीय कार्यक्रमों के अंतर्गत गुरुवार 30 मई को होटल वरदान में पुण्यश्लोका लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की गौरव गाथा पर परिचर्चा हेतु संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के लिए जिला कोषाध्यक्ष निकेश गुप्ता एवं अंशुल परिहार को प्रभारी बनाया गया है!
कार्यक्रम का आभार अनिल जैन ने व्यक्त किया।कार्यक्रम में महिला बुनकरों के साथ परिवारजन,भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहें।