
जय गंगा मैया के उद्घोष और मोरी नैया लगा दइयो पार हर हर रेवा मैया की धुन से गूंजा लाखा बंजारा झील का किनारा
दूर प्रदेश और शहरों से सागर छुट्टियां बिताने आई महिलाओं बच्चों सहित बड़ी संख्या में लाखा बंजारा झील किनारे विट्ठल मंदिर घाट पर गंगा आरती में शामिल हुये श्रद्धाल
सागर/ 9 जून 2025/
ऐतिहासिक लाखा बंजारा झील को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने व स्वच्छता के प्रति जन-जागरुकता लाने के उद्देश्य से नगर निगम आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी सह कार्यकारी निदेशक श्री राजकुमार खत्री के मार्गदर्शन में प्रति सोमवार लाखा बंजारा झील किनारे आयोजित की जा रही गंगा आरती में शामिल होने के लिए सागर ही नहीं बल्कि दूर प्रदेश और शहरों से सागर छुट्टियां बिताने आई महिलाओं बच्चों सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। सोमवार को गंगा आरती के दौरान वैदिक मंत्र, श्लोक आदि सहित जय गंगा मैया के उद्घोष और मोरी नैया लगा दइयो पार हर हर रेवा मैया की धुन से लाखा बंजारा झील का किनारा गूंजा। नागरिकों में अपने गौरवशाली अतीत से जुड़ी धरोहरों व जलस्रोतों के संरक्षण की भावना जाग्रत करने के उद्देश्य से लाखा बंजारा झील किनारे प्रारम्भ की गई गंगा आरती में आज बड़ी संख्या में नागरिक शामिल होकर धर्मलाभ ले रहे हैं और अपनी अनमोल धरोहर ऐतिहासिक झील से जुड़ रहे हैं। चकराघाट पर किए गये सौन्दर्यीकरण के कार्यों के कारण यह ऐतिहासिक स्थल नागरिकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है और स्वच्छ सर्वेक्षण, राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम व जल गंगा संवर्धन अभियान आदि अभियानों के तहत गंगा आरती ने इसे और भी रोमांचक बनाया है। झील किनारे सैर सपाटा करने तथा चकराघाट पर पूजन करने आने वाले नागरिकों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। शाम 5-6 बजे से देर रात्रि लगभग 11 बजे तक नागरिकों की चहल पहल से झील का यह किनारा गुलजार रहने लगा है। नागरिक सह परिवार बच्चों और मित्रों आदि के साथ झील के आकर्षक घाट पर बैठकर घंटो बिताने लगे हैं।
गंगा आरती में मुख्य यजमान बन सकते हैं नागरिकजन–
गंगा आरती के अवसर पर स्थानीय महिलाओं ने अपने परिवार सहित यजमान बनकर आरती की और धर्मलाभ लिया उन्होंने आरती की सराहना करते हुये कहा की हम सब प्रति सोमवार यहां केबल आरती में शामिल होने आते हैं और इस बार हमें यजमान बनने का सौभग्य मिला। हमारे परिवार ने उत्साह के साथ इस आयोजन में शामिल होकर आरती की और गंगा मैया की कृपा और ख़ुशी पायी है। सागर की ऐतिहासिक धरोहर लाखा बंजारा झील किनारे यह अद्भुत आयोजन नागरिकों को झील से जोड़ रहा है। शहर के जो भी सम्माननीय नागरिकजन यजमान बनना चाहते हैं वे गंगा आरती के 30 मिनट पहले आरती स्थल पर श्री अंकित दीक्षित या पुजारीजन से चकराघाट पर संपर्क कर यजमान बन सकते हैं।