
दो साल पुराने अंधे कत्ल का खुलासा – महिला की हत्या करने वाला आरोपी गिरफ्तार
थाना – केसली | जिला – सागर | दिनांक – 01 जुलाई 2025
थाना केसली पुलिस द्वारा दो वर्ष पूर्व घटित एक अंधे और गंभीर हत्या के प्रकरण का सफल अनावरण करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है।
दिनांक 22 जुलाई 2023 को प्रार्थी कनई अहिरवार, उम्र 50 वर्ष, निवासी ग्राम पुतर्रा, थाना केसली द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि उसकी बहन नब्बो बाई अहिरवार की अज्ञात व्यक्ति द्वारा निर्मम हत्या कर दी गई है। प्रार्थी ने बताया कि वह सुबह खेत में दवाई डालने गया था, जहां उसे बहन की हत्या की सूचना मिली। जब वह सीधा बहन के घर पहुंचा तो निर्माणाधीन कुटीर में उसकी बहन का शव मिला, जिसके सिर में गंभीर चोट थी और पास ही रक्तरंजित सागौन की लकड़ी पड़ी थी।
घटना की सूचना पर तत्काल मर्ग क्रमांक 0/23 धारा 174 जाफौ कायम कर जांच प्रारंभ की गई। शव का पीएम कराया गया और साक्ष्य संकलन करते हुए अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 213/2023 धारा 302 IPC के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।
विवेचना में सूझबूझ और धैर्य से किया गया कार्य:
प्रकरण की संवेदनशीलता एवं गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री विकाश कुमार शाहवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री लोकेश कुमार सिन्हा एवं एसडीओपी देवरी श्री शशिकांत सरयाम के मार्गदर्शन में विवेचना को सतत दिशा मिलती रही।
मामले में उल्लेखनीय सफलता तब मिली जब थाना केसली को सूचना मिली कि ग्राम पुतर्रा निवासी राजकुमार उर्फ हनुमान अहिरवार, गांव में लोगों को धमका रहा है कि “जैसे नब्बोबाई का मर्डर हुआ, वैसा ही तेरा भी कर दूंगा।”
सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को अभिरक्षा में लेकर मनोवैज्ञानिक तकनीक से पूछताछ की गई। पूछताछ में आरोपी राजकुमार उर्फ हनुमान अहिरवार ने जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि मृतिका नब्बोबाई उसे सार्वजनिक रूप से बदनाम करती थी, कि वह गांव में अधनंगा घूमता है। यह बात गांव के अन्य लोग भी कहते थे, जिससे नाराज होकर आरोपी ने रात्रि में मृतिका के घर जाकर सिर पर पत्थर मारकर और सागौन की लकड़ी से पीट-पीट कर हत्या कर दी।
साक्ष्य बरामदगी और गिरफ्तारी:
आरोपी के मेमोरेंडम कथन के आधार पर घटना में प्रयुक्त पत्थर को जप्त किया गया। आरोपी राजकुमार उर्फ हनुमान अहिरवार पिता दामोदर अहिरवार, उम्र 27 वर्ष, निवासी ग्राम पुतर्रा को दिनांक 01.07.2025 को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय केसली में प्रस्तुत किया गया, जहाँ से उसे रहली उपजेल भेजा गया।
स्मार्ट इन्वेस्टिगेशन में थाना केसली पुलिस की निर्णायक भूमिका:
इस जटिल और लंबे समय से लंबित अंधे हत्याकांड का खुलासा थाना केसली पुलिस की गहन विवेचना, तकनीकी निगरानी और सतत प्रयासों का परिणाम है। इस संपूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक हरिराम मानकर, उनि माधव सिंह, प्रआर 1748 अहफाज, प्रआर 1088 कैलाश, प्रआर 1662 दिनेश चौहान, आर 1193 कार्तिकेय, आर 508 कन्छेदी, आर 588 राहुल, म.आर 1224 रागिनी तिवारी, एनआरएस ब्रजेन्द्र दांगी, रानू सेन, यशवंत सेन की विशेष भूमिका रही है।
थाना प्रभारी केसली एवं उनकी टीम द्वारा न केवल अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाया गया, बल्कि यह भी प्रमाणित किया कि प्रतिबद्धता, सतर्कता और स्मार्ट पुलिसिंग के बल पर कोई भी अपराध ज्यादा समय तक पर्दे में नहीं रह सकता।