
ख्यालों-ख्वाबों को ऊंची उड़ान देते रहो, लेकिन अपने परों की ताकत पर भी ध्यान देते रहो, नतीजा एक न एक दिन जरूर निकलेगा, पढ़ाई करते रहो इम्तिहान देते रहो- अशोक मिजाज
जीवन का ठहराव विकास को अवरुद्ध करता है और आगे बढ़ाने की ललक हमेशा उन्नति प्रदान करती है – डॉ सरोज गुप्ता
सागर/ पं. दीनदयाल उपाध्याय शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय सागर में दीक्षारंभ कार्यक्रम के अंतिम दिन नवागत विद्यार्थियों को क्विज प्रतियोगिता के माध्यम से प्रश्नों के उत्तर देने पर पुरस्कृत किया गया। मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग की अभिनव पहल के अंतर्गत महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ सरोज गुप्ता के मार्गदर्शन में तीन दिवसीय दीक्षारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
दीक्षारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध साहित्यकार एवं शायर अशोक मिजाज़ ने विद्यार्थियों को संबोधित करते कहा कि विद्यार्थियों को अपने अध्ययन काल में मिले समय का उपयोग भविष्य को गढ़ने में करना चाहिए। आपने कहा कि ख्यालों व ख्वाबों को ऊंची उड़ान देते रहो, पर अपने परों की ताकत पर भी ध्यान देते रहो, नतीजा एक न एक दिन अवश्य निकलेगा। पढ़ाई करते रहो इम्तिहान देते रहो। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरणा देते हुए उनको आलस्य न करने की सलाह दी। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि आकाशवाणी उदघोषिका साहिबा नासिर खान ने कहा कि आगे आने वाले 5 वर्ष आपके जीवन को तय करेंगे कि आप अपने भविष्य को कहां ले जाना चाहते हैं। उन्होंने उन्नति फाउंडेशन के माध्यम से दिए जाने वाले प्रशिक्षण के विषय में भी विद्यार्थियों को परिचित कराया।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ सरोज गुप्ता ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे जीवन की सफलता चरेवेति चरैवेति के आधार पर ही निर्धारित होता है अर्थात आपको हमेशा आगे बढ़ते रहना है। जीवन का ठहराव विकास को अवरुद्ध करता है और हमेशा आगे बढ़ाने की ललक हम सभी को उन्नति प्रदान करती है। दीक्षारंभ कार्यक्रम का उद्देश्य ही यह है कि आप सभी अपने गुरु से आज दीक्षित हो गए है।
कार्यक्रम के संबंध में डॉ संदीप सबलोक ने बताया कि इस दौरान डॉ संतोष सेन ने पुस्तकालय, डॉ जयनारायण यादव व कीर्ति रैकवार ने एन सीसी, डॉ अवधेश प्रताप सिंह ने राष्ट्रीय सेवा योजना आदि के विषय में विद्यार्थियों को जानकारी दी। साथ ही डॉ सुनील साहू ने विद्यार्थियों के साथ संपूर्ण महाविद्यालय के विभागों का भ्रमण किया।कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम प्रभारी डॉ अमर कुमार जैन एवं क्विज प्रतियोगिता का संचालन डा शुचिता अग्रवाल द्वारा किया गया।
प्राचार्य जी के निर्देशानुसार
डॉ संदीप सबलोक