ईश्वर तक पहुंचने का सरल मार्ग है निस्वार्थ प्रेम और भक्ति- अविराज सिंह

ईश्वर तक पहुंचने का सरल मार्ग है निस्वार्थ प्रेम और भक्ति- अविराज सिंह

सागर। चैतन्य महाप्रभु अस्पताल परिवार की ओर से श्री गौर गोविंद मंदिर में आयोजित श्री राधा अष्टमी कार्यक्रम में युवा नेता श्री अविराज सिंह ने पूजा अर्चना की। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण की परम प्रिय श्री राधा का जन्म केवल एक कन्या के रूप में नहीं बल्कि भक्ति और प्रेम के रूप में हुआ है। ईश्वर तक पहुंचने का सरल मार्ग निस्वार्थ प्रेम और भक्ति है।

युवा नेता  अविराज सिंह ने कहा कि शास्त्रों के अनुसार ‘‘राधा बिना कृष्ण अधूरे हैं और कृष्ण बिना राधा अधूरी हैं। श्री राधा प्रेम, समर्पण, त्याग और भक्ति की प्रतीक हैं। उनकी भक्ति से यह संदेश मिलता है कि ईश्वर तक पहुंचने का सबसे सरल मार्ग निस्वार्थ प्रेम और भक्ति है। भूमि तत्व, जल तत्व, अग्नि तत्व, वायु तत्व, ब्रह्म तत्व, व्योम तत्व, विष्णु तत्व, गोरी है, तत्त्वं के तत्त्व, जग जीवन श्री कृष्ण चन्द्र और कृष्ण को हु तत्व श्री राधिका किशोरी है।

अविराज सिंह ने कहा कि आज श्री गौर मंदिर में आयोजित श्री राधा अष्टमी के पर्व पर सहभागिता करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यह आध्यात्मिक कार्यक्रम श्री राधा रानी की करुणा और माधुर्य से परिपूर्ण रहा। श्री राधारानी की कृपा सभी के जीवन में सदैव बनी रहे। इस दिव्य आयोजन के लिए आयोजक डॉ. पीएस ठाकुर, डॉ. लक्ष्मी ठाकुर और चैतन्य महाप्रभु अस्पताल परिवार का हृदय से साधुवाद और अभिनंदन है।

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